गुरूवार, अक्टूबर 3, 2024
होमब्लॉगकंदरिया महादेव मन्दिर का इतिहास और इससे जुड़े अनेकों तथ्य | Kandariya...

कंदरिया महादेव मन्दिर का इतिहास और इससे जुड़े अनेकों तथ्य | Kandariya Mahadev Mandir

कंदरिया महादेव मन्दिर (Kandariya Mahadev Mandir): हिन्दू धर्म में अनेकों मंदिर की स्थापना की गई है जोकि भगवान शिव को समर्पित हैं। उन्ही में से एक है कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir), जोकि मध्यप्रदेश के खजुराहो में स्थित है। यहाँ पर कंदरिया महादेव का अर्थ दो शब्दों में देखा जा सकता है, कंदरिया का अर्थ है “गुफा” और महादेव शब्द का प्रयोग भगवान “शिव” के लिए किया जाता है। दोनों को मिलकर अर्थ निकलता है “भगवान शिव की गुफा” अथार्त भगवान शिव का मंदिर। मंदिर के गर्भगृह में एक अदभुत शिवलिंग देखा जा सकता है। मंदिर के दीवारों पर कौमार्य भावनाओं को चित्रित किया गया है, एक मान्यता के अनुसार दीवारों पर 800 से ज्यादा महिलाओं की चित्रकारी की गई है। इसी तरह के मंदिर से जुड़े अन्य तथ्यों के बारे में जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़ें।

Table of Contents

कंदरिया महादेव मन्दिर का इतिहास | Kandariya Mahadev Mandir History In Hindi

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) खजुराहो में स्थित सभी मंदिरों में सबसे बड़ा मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण चंदेल शासक द्वारा किया था। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव के रूप में प्रतिमा स्थापित की गई है। इस मंदिर का निर्माण 1003 ई से 1035 के मध्य हुआ था, इस दौरान महाराजा विद्याधर के शासनकाल में उन्होंने मंदिर निर्माण में सहयोग प्रदान किया था। महाराजा विद्याधर के शासनकाल में हिन्दू धर्म से जुड़े विष्णु, शिव, सूर्य देव के लिए अनेकों मंदिरों का निर्माण किया गया था। महाराजा विद्याधर के शासनकाल में उनका युद्ध महमूद गजनवी से हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप गजनवी को हारकर अपने छेत्र में वापस लौटना पड़ा था।

लगभग 1022 ई के दौरान महमूद गजनवी ने महाराजा विद्याधर के खिलाफ जंग छेड़ दी थी, सबसे पहले गजनवी ने कालिंजर जिले पर हमला कर दिया, लेकिन वह किले की घेराबंदी करने में असफल रहा। इस दौरान महाराजा विद्याधर ने गजनबी को अपने कब्जे में ले लिया था, इसके पश्चात महमूद गजनबी और महाराज विद्याधर के बीच समझौता किया गया, जिसमें महत्वपूर्ण वस्तुओं का आदान-प्रदान करके दोनों ही शासन एक दूसरे से अलग हो गए। इसके बाद महाराज विद्याधर ने इसे भगवान शिव का आशीर्वाद समझकर, भगवान शिव के मंदिर का निर्माण करवाया जिसे कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) के नाम से भी जाना जाता है।

बाद में मंदिर के मंडप में एक स्तंभ पर हैप्पी ग्राफिक शिलालेखों के चित्रण देखने को मिले थे, जिस पर महाराज विद्याधर के छद्म नाम का वर्णन किया गया था। इसका निर्माण सन 1024 ई से 1050 ई के मध्य किया गया था। बाद में मंदिर से जुड़े निर्माण सम्बंदित कुछ शिलालेख प्राप्त किये गए थे, जिनके अनुसार मंदिर को वर्तमान रूप दिया गया।

यह भी पढ़ें: रंगनाथस्वामी मंदिर का इतिहास और अनोखी कहानी | Ranganathaswamy Temple

कंदरिया महादेव मन्दिर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

मंदिर का नामकंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir)
मंदिर की भाषाहिंदी, अग्रेजी
समन्धित धर्महिन्दू
मंदिर की जगह का नामखजुराहो, मध्यप्रदेश (भारत)
मंदिर के प्रमुख देवताभगवान शिव
मंदिर के प्रमुख पर्वनृत्यु उत्सव, महाशिवरात्रि
मंदिर की वास्तुकला शैलीसप्त रथ शैली
मंदिर के नजदीक रेलवे स्टेशनखजुराहो रेलवे स्टेशन
मंदिर खुलने का समयप्रातः काल 6 बजे
मंदिर बंद होने का समयरात्री 10 बजे

कंदरिया महादेव मन्दिर का महत्व

भारत में वैसे तो अनेकों शिव मंदिर स्थापित हैं, हर मंदिर का अपना महत्व है, उन्ही मंदिर में से एक है कंदरिया महादेव का मंदिर, जोकि भगवान शिव को समर्पित है। आर्टिकल में आगे हम मंदिर से जुड़े महत्व को विस्तार से जानेंगे।

  • कंदरिया महादेव के इस मंदिर की संरचना कैलाश पर्वत से काफी हद तक मिलती जुलती है।
  • कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) की विशाल संरचना के साथ मंदिर में कुल 870 से अधिक मूर्तियों को स्थापित किया गया है, जोकि अपने आप में रहस्यमई है।
  • मंदिर की बहरी दीवारों पर शारीरिक आलिंगन को बखूबी दर्शया गया है।
  • कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) में एक प्रमुख शो आयोजित किया जाता है, जिसे “साउंड एंड लाइट शो” के नाम से जाना जाता है, इस शो में प्रवेश करने लिए भारतियों को 120 रुपए की राशि देनी पड़ती है, वहीँ विदेशियों के लिए यह फीस 400 रुपए है।
  • मंदिर में आयोजित किया जाने वाला “साउंड एंड लाइट शो” को दो भाषाओँ में आयोजित किया जाता है जिसका अलग अलग समय निर्धारित किया गया है, इसमें शाम 6:30 से 7:25 रात तक हिंदी भाषा में शो आयोजित किया जाता है, वहीँ रात 7:40 से 8:35 रात में इंग्लिश भाषा में इस शो को आयोजित किया जाता है।

कंदरिया महादेव मन्दिर से जुड़े प्रमुख त्यौहार | Kandariya Mahadev Mandir Festival

जिस तरह से खजुराहो में इस मंदिर को लेकर लोगों की अपार श्रद्धा भावना है, उसी तरह से यहाँ के लोगो द्वारा मंदिर से जुड़े वार्षिक पर्व को लेकर अनेकों धार्मिक मानताएं हैं। यहाँ पर हिन्दू धर्म से जुड़े अनेकों त्यौहार को मान्यता दी जाती है साथ ही इन सभी त्योहारों को बड़ी धूम धाम के साथ मनाया जाता है। आर्टिकल में आगे उन्ही पर्व से जुडी प्रथाओं के बारें में विस्तार से जानेंगे।

खजुराहो नृत्य उत्सव

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) में यह उत्सव प्रत्येक वर्ष फ़रवरी माह के अंतिम सप्ताह से मार्च तक मनाया जाता है। इस त्यौहार में मुख्य रूप से नृत्य प्रदर्शन किया जाता है, जिसमे भारत के प्रशिद्ध नृत्यक हिस्सा लेने आते हैं। इस दौहार समारोह में कथक, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, ओडिसी, और मणिपुरी जैसे प्रशिद्ध नृत्यों का आनंद लिया जा सकता है।

महाशिवरात्रि उत्सव

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) में देशभर में प्रशिद्ध महाशिवरात्रि के त्यौहार को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा आराधना की जाती है। एक मान्यता के अनुसार शिवरात्री के शुभ अवसर पर कंदरिया महादेव मंदिर के दर्शन करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, यही कारण है की भारत के दूर दराज में रहने वाले लोग भी इस दिन मंदिर के दर्शन करने जरुर आते हैं। इस दिन मंदिर में रहने वाले पुरोहित और पंडाल पुरे दिन उपवास रखते हैं।

हिन्दू धर्म से जुड़े अन्य पर्व

मंदिर में सिर्फ भगवान शिव से जुड़े ही नहीं अपितु अनेकों हिन्दू धर्म से जुड़े त्योहारों की मान्यता है। इसलिए मंदिर में अन्य त्यौहार भी बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं, जिसमें से प्रमुख होली, दशहरा और दिवाली शामिल हैं। अन्य शुभ त्योहारों के शुभ अवसर पर भी विशेष समाहरोह आयोजित किए जाते हैं, जिसमे अनेकों भक्तगण शामिल होते हैं।

कंदरिया महादेव मंदिर से जुडी पूजाएँ | Kandariya Mahadev Mandir Poojas

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) में भगवान शिव से जुडी कुछ विशेष पूजा आर्चना की जाती है जिसमे मंदिर की मुख्य मूर्ति का अभिषेक किया जाता है। धार्मिक पूजा को लेकर विशेष प्रथाएं है जिनको मंदिर में हर दिन रिती रिवाज के साथ निभाया जाता है। मंदिर से जुडी कुछ पूजाओं के बारे में आप आगे पढ़ सकते हैं।

मंदिर की पूजा

  • कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) में मौजूद शिवलिंग को प्रतिदिन दूध, बेल पत्र, और फूलो से स्नान करवाया जाता है। और इसके बाद महत्वपूर्ण मंत्रो के साथ शिवलिंग की पूजा की जाती है।
  • महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है।
  • मंदिर में हर सोमवार के दिन होने वाली पूजा को शुभ पूजा का दर्जा दिया जाता है।

यह भी पढ़ें: त्रिप्रयार श्री रामास्वामी मंदिर | Thriprayar Shree Ramaswami Temple

कंदरिया महादेव मन्दिर की वास्तुकला | Kandariya Mahadev Mandir Architecture

खजुराहो में स्थित कंदरिया महादेव मंदिर का निर्माण सप्त रथ शैली के साथ किया गया है। कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) का निर्माण ग्रेनाइट पत्थर और बलुआ पत्थर दोनो को साथ मिलकर किया गया है। मंदिर के अंदर मौजूद अनेकों मूर्तियों को पत्थर द्वारा निर्मित किया गया हैं जो देखने में बेहद ही मनमोहक लगती हैं। मंदिर में अनेकों प्रकार की मूर्तियां देखी जा सकती है जिसमें मनुष्य और जानवर भी शामिल हैं। जानवर और मनुष्य की मूर्ति चित्रकारी प्राचीन समय के लोगों के जीवन निर्वाह का प्रदर्शन करती हैं।

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) के पूर्व द्वारा की तरफ बालकनी में मगरमच्छ की कालीकृतियां की गई है, यहां पर मगरमच्छ की आकृतियों को विभिन्न साइज के अनुसार चित्रित किया गया है, जिसे देखने के बाद मन खुश हो जाया है। मंदिर में स्थापित की गई विभिन्न मूर्तियों में अनेकों विशेषताएं देखी दी जा सकती है जिसमें नाखून, बाल और सूक्ष्म कलाकृतियों को देखा जा सकता है।

खजुराहो के कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) की ऊंचाई 31 मीटर है, यही कारण है कि यह खजुराहो में स्थित सभी मंदिरों से सबसे बड़ा है। मंदिर के निर्माण कार्य में कोंबो और टावर का उपयोग किया गया है जिसकी वजह से ज्यादा ऊंचा प्रतीत होता है। अगर इस मंदिर को कुछ दूरी से देखा जाए तब यह मंदिर एक खड़े पहाड़ जैसा प्रतीत होता है। मंदिर के गर्भगृह में मूर्तियों के अलावा एक विशेष शिवलिंग मौजूद है, जिसे संगमरमर पत्थर से निर्मित किया गया है।

कंदरिया महादेव मन्दिर कैसे जाएँ | How To Reach Kandariya Mahadev Mandir

अगर आप कंदरिया महादेव मंदिर जाना चाहते हैं तब आपको मंदिर तक पहुँचने के लिए सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग से जाना होगा। मंदिर तक का सफ़र तय करने के लिए आपको अनेकों सुविधाएं मिल जाती हैं जिसकी मदद से आप कंदरिया मंदिर आसानी से पहुँच सकते हैं, चलिए बताए गए तीन मार्ग द्वारा मंदिर कैसे पहुँच सकते हैं, विस्तार से जानते हैं।

सड़क मार्ग द्वारा कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) कैसे पहुंचे

कंदरिया महादेव मंदिर पहुँचने के लिए, मंदिर से जुडी अनेकों सड़क मौजूद हैं, जिसकी मदद से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। बड़े बड़े शहरों से जैसे भोपाल, इंदौर, नई दिल्ली जैसी जगह से बसे आती जाती रहती हैं, जिनकी मदद से मंदिर पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा आप खुद के साधन से मंदिर का सफ़र आसानी से तय कर सकते हैं।

ट्रेन से कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) कैसे पहुंचे

अगर आप अपने शहर से कंदरिया महादेव मंदिर ट्रेन से जाने के बारे में सोच रहें हैं, तो आपको बताना चाहेंगे सबसे पहले आपको अपने शहर से खजुराहो रेलवे स्टेशन पहुँचाना होगा। अगर आपके शहर से डायरेक्ट कोई ट्रेन नहीं है, तब आप ट्रेन बदलकर इस रेलवे स्टेशन तक पहुँच सकते हैं। खजुराहो रेलवे स्टेशन पहुँचने के बाद, यहाँ से मंदिर तक की दुरी लगभग 6 किलोमीटर होती है, रेलवे स्टेशन से आप ऑटो या टेक्सी की मदद से मंदिर तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

हवाई जहाज द्वारा कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) कैसे पहुंचे

कंदरिया महादेव मंदिर पहुँचने के लिए सबसे सुरक्षित और सरल यात्रा हवाई मार्ग है। अगर आपकी लाइफ में समय की कमी है और आप मंदिर जाने के इच्छुक है तब आप हवाई जहाज की मदद ले सकते हैं, इसके लिए आपको अपने शहर से “खजुराहो एअरपोर्ट” की फ्लाइट टिकट बुक करनी होगी। खजुराहो एअरपोर्ट पहुँचने के बाद, यहाँ से मंदिर की दुरी लगभग 3 किलोमीटर है, एअरपोर्ट से मंदिर तक पहुँचने के लिए आप टेक्सी या ऑटो की मदद ले सकते हैं।

कंदरिया महादेव मंदिर के आस पास ठहरने की जगह | Kandariya Mahadev Mandir Nearby Hotel

जो श्रद्धालु मंदिर के दर्शन को लेकर ट्रिप बनाकर जाना चाहते हैं वह लोग मंदिर के आस पास ठहर सकते हैं, क्यूंकि यहाँ आस आप होटल की काफी आच्छी सुविधाएँ दी गई है। अगर कोई श्रद्धालु अपने परिवार के साथ मंदिर आया है, तब वह यहाँ पर मौजूद डबल या ट्रिपल बेडरूम वाले होटल रूम भी बुक कर सकता हैं। इसके साथ ही आपको इन्ही होटल में समय के हिसाब से रुकने की सुविधा भी मिल जाती है, जिसमें आप जितना देर तक होटल में रुकते हैं उतना ही चार्ज आपको पेमेंट करना पड़ता है। यहाँ पर कुछ होटल के नाम बताए गए है, आप चाहें तो इनके बारे में जानकारी प्राप्त करके, अपने लिए प्री बुकिंग भी करवा सकते हैं। इससे मंदिर जाने पर आपको होटल रूम आसानी से मिल जाता है।

कंदरिया महादेव मंदिर के नजदीकी होटल

  • Hotel Chandela
  • Hotel Harmony
  • Hotel isabel Palace
  • Clarks Khajuraho
  • Hotel City Palace
  • Hotel Narayana Palace
  • Hotel Marble Palace

कंदरिया महादेव मन्दिर का दर्शन समय | At Kandariya Mahadev Mandir Visiting Time

अगर आप कंदरिया महादेव मंदिर के दर्शन करने के बारे में सोच रहें है या आपने मंदिर घुमने का प्लान बना लिया है तब आपको मंदिर से जुड़े महत्वपूर्ण समय में जानकरी जरुर होनी चाहिए ताकि, आप सही समय पर मंदिर पहुँच सकें। यहाँ पर मंदिर से सम्बंधित कुछ समय के बारे में बताया गया है, जिसे आपको जरुर पढना चाहिए।

  • कंदरिया महादेव का मंदिर सुबह 6 बजे खुल जाता है।
  • सुबह 7 बजे से 12 बजे तक श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आ जा सकते हैं।
  • दर्शन के समय भक्त भगवान शिव को सूखे मेवे और मिष्ठान का भोग लगाया जा सकता है।
  • दोपहार के 12 बजे से 2 बजे तक मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए प्रसाद उपलब्ध करवाया जाता है।
  • मंदिर में 15 वर्ष से कम वर्ष के बच्चों के लिए प्रवेश निशुल्क है।
  • कंदरिया महादेव मंदिर सप्ताह में सभी दिन खुलता है।

FAQ:

कंदरिया महादेव का मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) किसने बनवाया था?
शासक विद्याधर

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) में कौन सा शो का आयोजन किया जाता है?
साउंड एंड लाइट शो

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) की स्थापना कब हुई थी?
1025 ई से 1050 के मध्य

कंदरिया महादेव का मंदिर कुल कितने छेत्रफल में विस्तृत है?
6 वर्ग किलोमीटर

कंदरिया महादेव मंदिर (Kandariya Mahadev Mandir) का प्रशिद्ध उत्सव कौन सा है?
डांस फेस्टिवल

Share this content:

RELATED ARTICLES

1 टिप्पणी

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular