शिव नाम से है जगत में उजाला , हर भक्तो के है मन में शिवाला
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।
श्रद्धा सुमन मेरा, मन बेलपत्री,
जीवन भी अर्पण कर दूँ ॥
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।
श्रद्धा सुमन मेरा, मन बेलपत्री,
जीवन भी अर्पण कर दूँ ॥
हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।
जग का स्वामी है तू,
अंतरयामी है तू,
मेरे जीवन की,
अनमिट कहानी है तू ।
तेरी शक्ति अपार,
तेरा पावन है द्वार,
तेरी पूजा मेरा,
जीवन आधार ।
धुल तेरे चरणों की ले कर,
जीवन को साकार किया ॥
हे शिव शंकर मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।
जग का स्वामी है तू,
अंतरयामी है तू,
मेरे जीवन की,
अनमिट कहानी है तू ।
तेरी शक्ति अपार,
तेरा पावन है द्वार,
तेरी पूजा मेरा,
जीवन आधार ।
धुल तेरे चरणों की ले कर,
जीवन को साकार किया ॥
हे शिव शंकर मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।
मन में है कामना,
और कुछ जानू ना,
ज़िन्दगी भर करू,
तेरी आराधना।
सुख की पहचान दे,
तू मुझे ज्ञान दे,
प्रेम सब से करूँ,
ऐसा वरदान दे ।
तुने दिया बल निर्बल को,
अज्ञानी को ज्ञान दिया ॥
हे शिव शंकर मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।
श्रद्धा सुमन मेरा, मन बेलपत्री,
जीवन भी अर्पण कर दूँ ॥
हे शिव शंकर मेरे भोले नाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।
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