गायत्री शक्ति पीठ (Gayatri Shakti Peeth) मंदिर 51 शक्ति पीठों में से एक है, जोकि देवी सती का स्वरूप है। प्राचीन ग्रंथो के अनुसार एक दैविक घटना के दौरान मंदिर के पास माता सती की कलाई का निपात हुआ था। इन्टरनेट पर आप इस देवी के विभिन्न नामो से जानकारी एकत्रित कर सकते हैं, जिनमे से कुछ नाम है मणिवेदिका शक्ति पीठ तथा मणिबंध शक्ति पीठ । यह मंदिर अजमेर के पुष्कर छेत्र में एक विशाल पहाड़ी पर स्थित है। क्या आप मंदिर से जुड़े अनसुने रहस्यों को जानते हैं? क्या आपने मंदिर से जुड़े अनेकों त्यौहार को जानते हैं? मंदिर में देवी के दर्शन का कर सकते हैं? अगर आप इन सभी बातों से अज्ञात हैं, तब इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़ें।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर की संरचना | Gayatri Shakti Peeth Architecture

गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) अजमेर के पुष्कर क्षेत्र में स्थित है, मंदिर की संरचना पहाड़ियों के पास शांत और सुंदर वातावरण में की गई है, पहाड़ियों पर स्तिथ यह मंदिर, प्राचीन कलाकृतियों से परिपूर्ण है। मुख्य मंदिर की स्थापना विशेष पत्थरों से की गई है। यहाँ पर अन्य देवी और देवताओं की मूर्तियां भी निर्मित की गई हैं।
मुख्य मंदिर में 3 देवियों की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं, इसके साथ ही मद्निर के अंदर ही भगवान शिव का मंदिर स्थापित किया गया है। मंदिर के पास ही आपको एक गार्डन देखने को मिल जाता हैं, जिसमे एक दुर्लभ कल्प वृक्ष को देखा जा सकता है, एक मान्यता के अनुसार यह पेड़ लाखों में एक होता हैं, और बहुत कम जगह उगता है।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर से जुड़े रहस्य | Gayatri Shakti Peeth Facts in Hindi
गायत्री शक्ति पीठ देवी गायत्री जी को समर्पित हैं। अजमेर छेत्र में स्तिथ यह शक्ति पीठ 51 शक्ति पीठों में से एक है। एक मान्यता के अनुसार गायत्री जी को देवी सरस्वती का स्वरूप भी माना गया है, और इसी वजह से मंदिर से कुछ दुरी पर ब्रम्हदेव का अदभुत मंदिर स्थापित किया गया है। मंदिर के बारे में चर्चित रहस्यों से अपरिचित भक्तगणों को निम्नलिखित रहस्यों को जरुर पढना चाहिए।
- इस मंदिर के पास ही देवी सती की कलाइयां गिरी थी, जिसके परिणाम स्वरुप यहाँ गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) का निर्माण हुआ।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में मुख्य देवी गायत्री तथा मुख्य देवता शरवानंद है।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) के पास ही एक विशाल झील का निर्माण किया गया है, एक मान्यता के अनुसार इस झील का पानी पवित्र होता है।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) के पास ही एक ब्रह्मदेव जी का मंदिर है जोकि इस बात का सूचक है कि गायत्री और ब्रम्हदेव के बीच मधुर सम्बन्ध हैं।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) को मणिवेदिका शक्ति पीठ तथा मणिबंध शक्ति पीठ के नाम से भी जाना जाता है।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) एक पवित्र मंदिर है एक मान्यता के अनुसार जो भी भक्तगण यहां पर सच्चे मन से प्रार्थना करते हैं, उनके जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में स्थित मुख्य देवी को सरस्वती का स्वरूप माना गया है, जोकि ज्ञान अथार्त विद्या की देवी है यही एकमात्र कारण है, जो भक्तगण मंदिर में प्रार्थना के लिए जाते हैं उनका जीवन ज्ञान के प्रकाश से भर जाता है।
- जहां पर गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) की स्थापना हुई है, इस पहाड़ी पर एक अन्य देवी सावित्री का भी मंदिर है जिन्हें ब्रह्मा जी की दूसरी पत्नी के रूप में जाना जाता है।
- एक मान्यता के अनुसार जो कोई भक्तगण किसी तरह के पाप कर देता है, तब वह गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में आकर अपने सभी पापों का प्रायश्चित कर सकता है, देवी की कृपा से ऐसे लोगों को पापों से मुक्ति मिल जाती है।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर की महत्वपूर्ण जानकारियां
मंदिर का नाम | गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) |
मंदिर के प्रमुख देवता | देवी गायत्री |
मंदिर की जगह | अजमेर, रजस्थान (भारत) |
मंदिर की भाषा | हिंदी, राजस्थानी |
मंदिर की प्रमुखता | दैविक काल के दौरान देवी सती की कलाई का निपात हुआ था |
मंदिर के अन्य नाम | मनिवेदिका शक्ति पीठ, मणिबंध शक्ति पीठ |
मंदिर के प्रमुख त्यौहार | पुष्कर मेला, गायत्री जयंती |
मंदिर का दर्शन समय | सुबह 6:00 -1:00 दोपहर / दोपहर 4:00 – 9:00 रात |
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर के प्रशिद्ध त्यौहार | Gayatri Shakti Peeth Releated Festival

गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में प्रत्येक दिन त्यौहार जैसा प्रतीत होता है, क्योंकि यहां पर रोजाना भारी संख्या में भक्तगण देवी के दर्शन के लिए आते हैं। मुख्य रूप से मंदिर के आसपास मौजूद भक्तगण मंदिर में देवी के दर्शन के लिए यहाँ पर उपस्थित रहते हैं। यह मंदिर देवी के लिए प्रसिद्ध है इसी कारण से मंदिर में विशेष रूप से देवी के त्यौहार मनाएं जाते हैं, इसके साथ ही कुछ अन्य विशेष त्यौहार भी मनाएं जाते हैं जिन्हें आप आर्टिकल में आगे पढेंगे।
गायत्री जयंती
गायत्री जयंती देवी सरस्वती से जुड़ा एक त्यौहार है। इस दिन गायत्री जी का जन्म हुआ था, यही एकमात्र कारण है कि मंदिर में रहने वाले पुरोहित इस त्यौहार को देवी की याद में मनाते हैं। इस त्यौहार से पहले ही मंदिर को रंग रोगन कर लिया जाता है। मंदिर में स्थापित मुख्य देवी अर्थात गायत्री देवी को फूल माला तथा अन्य श्रृंगार की वस्तुओं से सजाया जाता है इसके बाद उनकी विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है।
पुष्कर मेला
पुष्कर मेला राजस्थान में मनाया जाने वाला सबसे प्रमुख मिला है, इस मेले के दौरान मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मंदिर के आसपास स्थानीय लोग ऊंट तथा अन्य पशुओं की सवारी करके, मंदिर तक आते हैं और मंदिर में होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। पुष्कर मेले के दौरान मंदिर के आसपास एक भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें हर तरह की वस्तुएं खरीदी जा सकती है। मंदिर के आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों के अनुसार यह मेला 9 दिनों तक जारी रहता है, और इन नौ दिनों तक गायत्री जयंती शक्ति पीठ मंदिर में विशेष पूजाएँ आयोजित की जाती है।
नवरात्री
नवरात्रि पूरे भारतवर्ष में एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जोकि देवी के 9 स्वरूपों के लिए मनाया जाता है। गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) की प्रमुख देवी उन्ही नौ देवियों के स्वरूप में से एक है, यही एकमात्र कारण है कि मंदिर में इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्रि के शुभ अवसर पर मंदिर में 9 दिनों तक देवी की पूजा आराधना की जाती है, तथा मंदिर में अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
शिवरात्रि
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में देवी गायत्री अथार्त देवी सती के अलावा भगवान शंकर भी मौजूद है, यही एकमात्र कारण है जिसकी वजह से मंदिर में शिवरात्रि का त्यौहार भी मनाया जाता है। शिवरात्रि के दिन मंदिर में भगवान शिव के लिए विशेष पूजा तथा आराधना की जाती है।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर कैसे पहुंचे | How To Reach Gayatri Shakti Peeth
जो भक्तगण राजस्थान में निवास करते हैं उनके लिए गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) तक पहुंचना बेहद आसान है, लेकिन जो लोग अलग राज्य या दूर निवास करते हैं, उनके लिए मंदिर तक आना थोड़ा कठिन हो सकता है। क्योंकि वह मंदिर तक जाने वाले रास्तों से अज्ञात होते हैं, इसी वजह से वह मंदिर तक नहीं पहुंच पाते। जो लोग मंदिर से अत्याधिक दूरी पर रहते हैं वह सड़क मार्ग, रेल मार्ग तथा एरोप्लेन की मदद से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। चलिए अब इन मार्गों को विस्तार से जानते हैं, ताकि आप मंदिर तक आसानी से पहुंच सके।
सड़क मार्ग द्वारा गायत्री शक्ति पीठ मंदिर कैसे पहुंचे
भारत के विभिन्न राज्यों से गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) की तरफ जाने वाले रोड एकदूसरे से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं, इसी वजह से भारत के विभिन्न राज्यों से कोई भी भक्तगण मंदिर तक आसानी से पहुँच सकता है। जो भक्तगण गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) के दर्शन करना चाहते है, वह टैक्सी, बस या फिर अपने निजी वाहन से मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते है।
ट्रेन के माध्यम से गायत्री शक्ति पीठ मंदिर कैसे पहुंचे
जो भक्तगण ट्रेन के माध्यम से गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) पहुंचना चाहते हैं उनके लिए सफर काफी आसान है, इसके साथ ही काफी सस्ते में यात्रा पूर्ण की जा सकती हैं। गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको अपने शहर से पुष्कर रेलवे स्टेशन की टिकट बुक करवानी होगी। पुष्कर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद ऑटो की मदद से आसानी से मंदिर तक पहुंचा जा सकता हैं क्योंकि रेलवे स्टेशन से मंदिर तक की दूरी मात्र 5 किलोमीटर है।
एरोप्लेन से गायत्री शक्ति पीठ मंदिर कैसे पहुंचे
वह भक्तगण जिनके पास समय की कमी है तथा वह गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) के दर्शन के इच्छुक हैं। तब उन भक्तगणों के लिए एरोप्लेन का सफर काफी सुविधाजनक हो सकता है। जो भी भक्तगण एयरप्लेन के माध्यम से मंदिर तक पहुंचाना चाहते हैं, उन्हें अपने शहर से जयपुर एयरपोर्ट की फ्लाइट टिकट बुक करवानी होगी। इस एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी लगभग 145 किलोमीटर है, इसलिए टैक्सी की मदद से मंदिर तक पहुंचा जा सकता हैं।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर के आसपास घुमने योग्य स्थल
जो भक्तगण गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) के दर्शन इच्छुक है, उन्हें मंदिर के पास स्थित अन्य नजदीकी पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए, क्योंकि यह जगह अपनी सुंदरता से आकर्षण का केंद्र बनी हैं। गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) के दर्शन हेतु आने वाले दर्शनार्थी मंदिर के साथ इन विभिन्न दार्शनिक स्थलों पर घूमने फिरने के लिए जरूर जाते हैं। अगर आप भी गायत्री शक्ति पीठ मंदिर के आस पास मौजूद पर्यटन स्थल क्षेत्र को जाना चाहते हैं, तब आपको इन क्षेत्रों के बारे में जरूर पता होना चाहिए। आर्टिकल में आगे उन विभिन्न क्षेत्रों के नाम बताए गए हैं, जहां पर आप घूमने जा सकते हैं।
- ब्रम्हाजी मंदिर (पुष्कर)
- रंगजी मंदिर (पुष्कर)
- गुरुद्वारा साहिब, पुष्कर (अजमेर)
- मेड़ता सिटी, अजमेर
- आत्मेश्वर मंदिर, पुष्कर
- रोज गार्डन, पुष्कर
- मोती महल (एक विरासत हवेली) पुष्कर
- पुष्कर झील
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर दर्शन का समय | Gayatri Shakti Peeth Darshan Timing
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) वर्ष में प्रत्येक महीने और हर सप्ताह में खुला रहता है अतः जो भक्तगण गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) के दर्शन करना चाहते हैं, वह कभी भी देवी के दर्शन कर सकते हैं। गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) सुबह 5:00 बजे खुल जाता है इसके बाद मंदिर में मौजूद पुरोहित मंदिर के दैनिक कार्यों को पूरा करते हैं। मंदिर में पूरे दिन पूजा तथा रतियां की जाती है, जिसमें कोई भी भक्तगण देवी के दर्शन कर सकता हैं। मंदिर में दर्शन संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्नलिखित है।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) प्रातः काल 5:00 बजे खुल जाता है
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में दर्शन के लिए भक्तगण 6:00 बजे से प्रस्थान कर सकते हैं।
- मंदिर में दर्शनार्थियों के लिए 9:00 बजे तक अंदर आने की अनुमति दी जाती है, इसके बाद दर्शन के लिए मंदिर बंद कर दिया जाता है।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में दोपहर के 1:00 बजे से 4:00 बजे तक विश्राम का समय होता है, इस दौरान मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया जाता है।
- गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) का कपाट दोपहर में 4:00 बजे के बाद खोला जाता है, इसके बाद भक्तगण मंदिर में दर्शन के लिए जा सकते हैं।
FAQS:Gayatri Shakti Peeth
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) कहां पर स्थित है?
पुष्कर, अजमेर (राजस्थान)
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) से जुड़ी दैविक घटना क्या है?
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर के पास ही देवी सती की कलाई या कंगन का निपात हुआ था।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) में कौन सी भाषा बोली जाती है?
राजस्थानी, हिंदी।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) से नजदीकी रेलवे स्टेशन कौन सा है?
अजमेर रेलवे स्टेशन।
गायत्री शक्ति पीठ मंदिर (Gayatri Shakti Peeth) घुमने का सबसे अच्छा मौसम कब होता है?
नवम्बर से मार्च तक।
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