शिवाया….
शंकरा….
शंकरा….
शंकरा ….
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
नाद ओमकार का यु सुनाया
नाद बम बम का मुझको सुनाया
आत्मा जाग गयी
शिव की जटा में थी गंग धारा
धो गयी मैल जो मन का सारा
शंभु
शिव की जटा में थी गंग धारा
धो गयी मैल जो मन का सारा
मैंने गंगा में गोता लगाया
ओ मैंने गंगा में गोता लगाया
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
भोले की बारात का न्यौता
बाबा भोले नाथ का न्यौता
भोले की बारात का न्यौता
बाबा भोले नाथ का न्यौता
लेके चंदा मेरी छत पे आया…
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
शंभु
शंभु
शंभु
नींद कई जन्मो की टूटी
शिव ने पीला के प्रेम की बूटी
शिव शिव शिव शिव शंभु
नींद कई जन्मो की टूटी
शिव ने पीला के प्रेम की बूटी
मुझे कैलाश पे , अपने हाथो से अमृत पिलाया
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
गौरी साथ मेरे भोले के
कोमल हाथ मेरे भोले के
गौरी साथ मेरे भोले के
कोमल हाथ मेरे भोले के
हाथ सर मेरे जब घुमाया, हाथ सर मेरे जब घुमाया
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
ऐसा भोले ने डमरू बजाया
आत्मा जाग गयी
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